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नौंवी में तो किसी प्रधान और किसान-मजदूर का लौंडा भी फ़ेल नहीं होता फिर प्रदेश के उस समय के मुख्यमंत्री का बेटा कैसे फ़ेल हो गया ?? ऐसा मुख्यमंत्री जिसके मुख्यमंत्रित्व काल को ही तथाकथित जंगल राज की संज्ञा दी जाती है, उस मुख्यमंत्री के बेटे के फ़ेल होने पर आपको अचरज क्यों नहीं होता ??
वो चाहता तो बिना पेपर दिए भी Graduate बन सकता था , फिर उसने ऐसा क्यों नहीं किया ?? जबकि उसी मुख्यमंत्री कि बेटी(मीशा भारती)काMBBSकरने पर भी उँगली उठाते रहते हो…??…आज जब देश के प्रधानमंत्री तक की डिग्री पर गम्भीर सवाल उठे हुए हैं , हर तीसरे चौथे भाजपा नेता की डिग्री पर आए दिन सवाल उठते हैं , तब आप तेजस्वी यादव को अनपढ़ तो बोल सकते हो लेकिन डिग्री चोर नहीं बोल सकते ।
तेजस्वी यादव एक क्रिकेटर था , उसने दिल्ली की टीम का रणजी और IPLमें प्रतिनिधित्व किया है…ऐसा ना कि घर और पढ़ाई छोड़कर भागे और भिख माँग कर खाया पढ़ने कि उम्र में….। सचिन तेंदुलकर ने हाई स्कूल में फ़ेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी । और भी बहुत सारे खिलाड़ी आपको मिल जाएँगे जिन्होंने खेल में मुक़ाम हासिल करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ी है, तेजस्वी भी ऐसा ही एक खिलाड़ी है ।
तेजस्वी का नौंवी फ़ेल होना इस बात का सबूत है कि उसने और उसके परिवार ने सत्ता का ना जायज़ इस्तेमाल नहीं किया वरना बिहार की कौन सी university ऐसी थी जो उसके घर पर उसकी मनपसंद डिग्री नहीं पहुँचाती ?? जबकि घर बैठे और दुकान चलाते मैट्रिक से PHDतक करनेवाला आम व्यक्ति कई हमारे ईलाके में मौजूद हैं और तुम्हारे ईलाके में भी होंगे…फिर तेजस्वी यादव को कौन रोक सकता था डिग्रियां लेने से…????#तेजस्वी यादव का चुनाव लड़ना संवैधानिक है जैसे साक्षर-निरक्षर लड़ सकता है……लेकिन का है ना कि तुम्हारे खून में ही ईतना #बेशर्मीपन-#स्वार्थीपन-#जातिवाद भरा पड़ा है कि तुम जानते हुए भी सही को गलत और गलत को सही कहोगे….!!
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