गेम्स ने बनाया है. एंड्रॉयड यूजर्स के लिए गेम का साइज 1.5 जीबी और आइओएस के लिए यह 1.8 जीबी तक हो सकता है. पबजी खेलने के लिए जहां कम से कम 4 जीबी रैम वाले मोबाइल की जरूरत पड़ती थी, वहीं फौजी को 2 जीबी तक के रैम वाले मोबाइल
में भी खेला जा सकेगा.
: बनो आर्मी ऑफिसर
एक तरह से इस गेम में तुम एक आर्मी ऑफिसर की भूमिका में होंगे और देश की सुरक्षा तुम्हारे हाथ में होगी. हर तरह की मुसीबत से निबटने के लिए तुम्हें अपनी सूझबूझ का इस्तेमाल करना होगा. इस गेम में मिशन्स को अंजाम देने के लिए तुम्हें कई तरह के मैप भी मिलेंगे. ये मैप भारत की जिन सीमाओं की सुरक्षा में आर्मी है तैनात रहती है, उसको ध्यान में रखकर तैयार की गयी है. उन्हीं के
आधार पर तुम्हें अपने मिशन को
प्लान करना होगा.
: पबजी के मुकाबले क्यों बेहतर है फौजी भारत और चीन के तनावपूर्ण संबंधों के बीच बहुत से चाइनीज ऐप्स पर बैन लगाया गया है, जिसमें पबजी भी शामिल है. हालांकि बजी साउथ कोरियन कंपनी ब्लूहोल की सब्सिडियरी है, लेकिन इसने भारत में इसके डिस्ट्रीब्यूशन की जिम्मेदारी चाइनीज कंपनी टेस्ट को दे रखे थे. ये चाइनीज एप यूजर्स के डाटा को अपने सर्वर पर स्टोर कर लेती हैं और चीनी सरकार को इसे बेच देती हैं. जिसे वे भारत के खिलाफ इस्तेमाल करते हैं. वहीं
फौजी पूरी तरह भारतीय गेम है.