सूरज (Sun) अपनी कक्ष (axis) में घुमना बंद कर देता तो बहुत ही अनोखा और अविश्वास होता। सूरज (Sun) हमारे सौर मंडल का एक मुख्य तारा है, और उसकी घूमती हुई गतिविधि हमारे जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। अगर सूरज (Sun) अपनी घुमती गतिविधि बंद कर देता, तो इसका प्रभाव हमारे जीवन पर तुरंत असर डालने लगेगा। (What will happen if the Sun stops rotating on its axis?)
यदि सूरज अपनी घुमती गतिविधि बंद करे, तो काई प्रकार की समस्या उत्पन्न हो सकती है:
1. बिजली की कमी: सूरज (Sun) ही हमारे सौर मंडल का मुख्य बिजली उत्पादन है। अगर सूरज (Sun) अपनी गति बंद करे, तो बिजली उत्पादन में बहुत बड़ी कमी होगी, जो हमारे जीवन को आसान नहीं बनाएगी।
2. तपमान में वृद्धि: सूरज (Sun) के अभाव से तपमान में वृद्धि होगी, जिसकी वजह से पृथ्वी पर असाध्य तपमान आएगा। ये हमारा परिवर्तन और जीवन को प्रभावित करेगा।
3. जीवन के बंद हो जाने का खतरा: सूरज (Sun) की रोशनी के बिना जीवन धरती पर संभव नहीं है। सारे प्रकार के जीवन का जीवन सूरज के प्रकाश और गर्मी पर आधारित है। अगर सूरज (Sun) अपनी कक्षा में घूमना बंद करे, तो जीवन बंद हो जाएगा।
4. गुरुत्वाकर्षण प्रभाव: सूरज (Sun) का गुरुत्वकर्षण हमारे सौर मंडल में सभी ग्रह को अपनी कक्षों (axis) में रखा गया है। सूरज (Sun) के घुमना बंद होने से इस गुरूत्वाकर्षण में बदलाव आएगा, जो दूसरे गृह और अंतरिक्ष में भी असर डालेगा।
ये सभी प्रकार के परिणाम होंगे और हमारे जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। ये एक काल्पनिक परिदृश्य है, क्योंकि ऐसा होना हमारे वर्तमान ज्ञान के अनुरूप संभव नहीं है। हमारे जीवन का आधार सूरज (Sun) के प्रकाश (light) और गर्मी पर टीका हुआ है, और सूरज (Sun) की घुमती हुई गतिविधि हमारे सौर मंडल का नियम चक्र है।
अगर सूरज अपनी कक्ष (axis) में ना घूमे तो हो सकता है ग्रहों का गुरुत्वकर्षण बल खतम हो जाए, इस मंडल में एक दूसरे से गुरुत्वाकर्षण बल द्वारा बंधे हैं। हमारे सौर मंडल के सभी ग्रहों उपग्रहों, क्षुद्रग्रह, उल्का, धूमकेतु और खगोलीय धूल का घूर्णन (rotation) उथल पुथल एक दूसरे के कक्ष (axis) में चले जाएंगे आपस में टकरा जाएंगे सभी अपनी गति खो देंगे, अपनी गति से अधिक गति प्राप्त कर लेंगे। सूर्य अगर अपनी कक्ष में घूमना बंद कर दे तो पृथ्वी में अनेकों तरह कि घटना होगी जो विज्ञान के अनरूप ही घटित होगी जीवन अपना दूसरा रूप ले लेगा अपने कक्ष ओर वर्तमान इसथिति, वातावरण ओर वायुमंडल के अनुरूप ही घटित ओर हर एक जीव जन्तु पेड़ पौधे पर विज्ञान के नियम अनुसार बदलावों, समाप्त, उत्सर्जन, नए जीवन का उत्पाती, अलग तरह के जीव जन्तु का विकास, निर्माण होना। जीजों का समाप्त होना, नव निर्माण होना ओर जीवन का चक्र चलता रहना इत्यादि होना संमभो हो सकता है।
* यह लेखक के अपने काल्पनिक विचार है, जो वास्तविकता, वर्तमान,भविष्य ओर भुत कल से कोई संबंध नहीं रक्त।