अयोध्या का राम मंदिर साढ़े 3 साल (42 months) में बनकर तैयार होगा। मुख्य मंदिर सहित पूरे परिसर को बनाने में लगभग 11 सौ करोड़ रुपये की लागत आएगी। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरि का अनुमान है कि मुख्य मंदिर को बनाने में लगभग 400 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में, मंदिर ट्रस्ट द्वारा लगभग 100 करोड़ रुपये का दान जमा किया गया है।
धन संग्रह के लिए मकर सक्रांति अभियान
उन्होंने बताया कि अब मंदिर (temple) के लिए अनुमानित फंड (fund) की व्यवस्था की जानी है। इसके लिए मकर संक्रांति से धन संग्रह money collection) अभियान पूरे देश में चलेगा। इसमें लगभग 60 करोड़ (60cr)लोगों से संपर्क (contact) किया जाएगा। यह अभियान 27 फरवरी (february 27) तक चलेगा।
उन्होंने बताया कि मंदिर के तकनीकी विशेषज्ञ 29 दिसंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में तकनीकी विशेषज्ञों की टीम की रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे। साथ ही, मंदिर के निर्माण पर होने वाले खर्च पर भी चर्चा की जाएगी।
मंदिर की नींव प्राचीन पद्धति से रखी जाएगी
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण (construction) जारी है। दो सप्ताह पहले, लोड परीक्षण के दौरान, खंभे 2 से 5 इंच तक डूब गए। मंदिर की नींव की सतह से 200 फीट नीचे, कोई पीली मिट्टी, रेत नहीं मिली है। नींव को मजबूत करने के लिए पाइलिंग टेस्ट किया जा रहा था और जब खंभे पर भार डाला गया, तो वह ढह गया।
इसके बाद, विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मंदिर की नींव का निर्माण(construction of base) अब 1200 पुराने क्रॉसरों के बजाय प्राचीन पद्धति का उपयोग करके किया जाएगा। देश के शीर्ष -8 टेक्नोक्रेट्स की समिति ने अपनी रिपोर्ट तय करने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। इस समिति की अध्यक्षता दिल्ली आईआईटी (IIT)के पूर्व निदेशक वीएस राजू (BS Raju) कर रहे हैं।