झारखंड पर्यटन: नए साल में खूंटी के लतरातू डैम आएं, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी हैं इसके मुरीद
झारखंड, भारत के पूर्वी हिस्से में स्थित एक राज्य है, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और विविध पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ की घनी हरियाली, बहुमूल्य खनिज संपदा और आदिवासी संस्कृति इसे एक अनोखा पर्यटन केंद्र बनाते हैं। नए साल के उत्सव के लिए खूंटी के लतरातू डैम का चयन, राज्य के विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने का एक और कदम है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद भी लतरातू डैम के प्राकृतिक आकर्षण के बड़े प्रशंसक हैं और यह स्थान झारखंड के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखता है।
लतरातू डैम: एक आकर्षण का केंद्र
खूंटी जिले के लतरातू ग्राम में स्थित यह मनोरम जलाशय घनी हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता से घिरा हुआ है। यह डैम स्वर्णरेखा नदी पर स्थित है और इसे खूंटी जिले के जल प्रबंधन और कृषि के लिए एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है। इसके साथ ही, इस डैम का विकास इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने की दिशा में भी किया गया है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का लतरातू डैम के प्रति प्रेम
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का विश्वास है कि झारखंड के प्राकृतिक स्थल, जैसे लतरातू डैम, न केवल पर्यटन को बढ़ावा देते हैं बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करते हैं। उनका मानना है कि ऐसे स्थलों पर बुनियादी सुविधाओं जैसे नौकायन, प्रकृति ट्रेक्स और सुरक्षित पिकनिक स्पॉट्स का विकास किया जाना चाहिए।
प्रकृति और पर्यटन का संगम
लतरातू डैम केवल एक जलाशय नहीं, बल्कि प्रकृति के रंगों का एक जीवंत उदाहरण है। स्वर्णरेखा नदी का शांत पानी, आसपास के पहाड़ों की हरियाली और ठंडी हवाएँ यहाँ आने वाले हर व्यक्ति के मन को सुकून पहुँचाती हैं।
पर्यटन और आर्थिक विकास
लतरातू डैम के विकास से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हुए हैं। पर्यटन के माध्यम से छोटे व्यापारी अपनी आर्थिक स्थिति सुधार रहे हैं। सरकार भी यहाँ सड़क, बिजली और सुरक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास कर रही है।
यहाँ कैसे पहुँचे?
लतरातू डैम राजधानी रांची से मात्र 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
नया साल और नई उम्मीदें
नए साल की शुरुआत के लिए लतरातू डैम एक बेहतरीन स्थान है। यहाँ के सुंदर दृश्य और शांत वातावरण नए साल को खास बना देते हैं। झारखंड सरकार का प्रयास लतरातू डैम जैसे स्थलों का समुचित विकास करना है, जिससे पर्यटन के साथ-साथ राज्य का आर्थिक विकास भी हो सके।