PM intership scheme 2025: केवल एक तिहाई उम्मीदवारों ने लिया हिस्सा, जानें पूरी जानकारी

प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025: केवल एक तिहाई उम्मीदवारों ने लिया हिस्सा, जानें पूरी जानकारी

प्रस्तावना
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PM Internship Scheme 2025) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश के युवाओं को शीर्ष कंपनियों में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करके उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाना है। इस योजना का लक्ष्य अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रैक्टिकल अनुभव प्रदान करना है। हालांकि, हाल के आंकड़ों के अनुसार, इस योजना के तहत केवल एक तिहाई उम्मीदवार ही इंटर्नशिप में शामिल हुए हैं। इस लेख में हम इस योजना के हर पहलू, इसके लाभ, पात्रता, आवेदन प्रक्रिया, और कम भागीदारी के कारणों का विस्तार से विश्लेषण करेंगे।प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना क्या है?प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) को कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (Ministry of Corporate Affairs) द्वारा अक्टूबर 2024 में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं की अकादमिक शिक्षा और वास्तविक दुनिया के कार्य अनुभव के बीच की खाई को पाटना है। यह योजना भारत की शीर्ष 500 कंपनियों में 12 महीने की इंटर्नशिप प्रदान करती है, जिसमें ऑटोमोबाइल, बैंकिंग, वित्त, स्वास्थ्य, आईटी, विनिर्माण, और आतिथ्य जैसे क्षेत्र शामिल हैं।वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में इस योजना के लिए 800 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह योजना न केवल युवाओं को प्रैक्टिकल अनुभव प्रदान करती है, बल्कि उन्हें मासिक वजीफा, एकमुश्त अनुदान, और बीमा कवरेज भी प्रदान करती है।योजना की मुख्य विशेषताएंइंटर्नशिप की अवधि: 12 महीने (कम से कम 6 महीने का प्रैक्टिकल प्रशिक्षण)।वजीफा:प्रत्येक इंटर्न को प्रति माह 5,000 रुपये (जिसमें से 4,500 रुपये सरकार और 500 रुपये कंपनी द्वारा दिए जाते हैं)।एकमुश्त 6,000 रुपये का अनुदान।बीमा कवरेज: इंटर्न्स को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत कवर किया जाता है।प्रमाणपत्र: इंटर्नशिप पूरी करने पर पार्टनर कंपनी से प्रमाणपत्र प्रदान किया जाता है, जो रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाता है।प्रमुख कंपनियां: मारुति सुजुकी, एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, और आईटीसी जैसी शीर्ष कंपनियां इस योजना में भाग ले रही हैं।आवेदन की प्रक्रिया: कोई शुल्क नहीं, ऑनलाइन आवेदन आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in के माध्यम से।पात्रता मानदंडPMIS 2025 में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित शर्तें पूरी करनी होंगी:आयु: 21 से 24 वर्ष (आवेदन की अंतिम तिथि तक)।शैक्षिक योग्यता:10वीं या 12वीं पास।आईटीआई सर्टिफिकेट, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा, या बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीसीए, बी.फार्मा जैसे स्नातक डिग्री धारक।ऑनलाइन या दूरस्थ शिक्षा में नामांकित उम्मीदवार पात्र हैं, लेकिन पूर्णकालिक शिक्षा में नामांकित उम्मीदवार नहीं।आय सीमा: परिवार की वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।अन्य शर्तें:उम्मीदवार पूर्णकालिक रोजगार में नहीं होना चाहिए।आईआईटी, आईआईएम, एनएलयू, एमबीबीएस, एमबीए, सीए, या अन्य उच्च डिग्री धारक पात्र नहीं हैं।आवेदन प्रक्रियाPMIS 2025 में आवेदन करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाएं।होमपेज पर “रजिस्टर” लिंक पर क्लिक करें और मोबाइल नंबर के माध्यम से पंजीकरण करें।व्यक्तिगत और शैक्षिक विवरण भरकर प्रोफाइल बनाएं।उपलब्ध इंटर्नशिप अवसरों को ब्राउज़ करें और अधिकतम तीन इंटर्नशिप के लिए आवेदन करें।आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें और आवेदन पत्र जमा करें।आवेदन जमा करने के बाद कन्फर्मेशन पेज डाउनलोड करें और उसकी हार्ड कॉपी रखें।शॉर्टलिस्ट होने पर, ऑनलाइन साक्षात्कार या अतिरिक्त मूल्यांकन दौर हो सकता है।आवेदन की अंतिम तिथि: चरण 2 के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 15 अप्रैल 2025 थी, जिसे बाद में 22 अप्रैल 2025 तक बढ़ा दिया गया।आंकड़े और भागीदारीPMIS के पहले चरण (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में 6 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें 280 कंपनियों ने 745 जिलों में 1.27 लाख अवसर प्रदान किए। इसके परिणामस्वरूप 82,000 से अधिक इंटर्नशिप ऑफर दिए गए, जिनमें से 28,000 से अधिक उम्मीदवारों ने ऑफर स्वीकार किए, लेकिन केवल 8,700 उम्मीदवार (लगभग 6%) ने वास्तव में इंटर्नशिप शुरू की।दूसरे चरण (जनवरी 2025) में 327 कंपनियों ने 735 जिलों में 1.18 लाख अवसर प्रदान किए। इस चरण में 2.14 लाख उम्मीदवारों से 4.55 लाख आवेदन प्राप्त हुए, और 71,000 ऑफर दिए गए, जिनमें से 22,500 ऑफर स्वीकार किए गए। कुल मिलाकर, 1.53 लाख ऑफर में से 50,500 स्वीकार किए गए, लेकिन केवल एक तिहाई उम्मीदवार ही वास्तव में इंटर्नशिप में शामिल हुए।राज्य-वार वितरण:पहले चरण में, 68.82% ऑफर शीर्ष 10 राज्यों को मिले, जिसमें उत्तर प्रदेश को 14% हिस्सा मिला।दूसरे चरण में, यह आंकड़ा बढ़कर 74% हो गया।कम भागीदारी के कारणकेवल एक तिहाई उम्मीदवारों के इंटर्नशिप में शामिल होने के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं:जागरूकता की कमी: ग्रामीण और छोटे शहरों में योजना के बारे में पर्याप्त जागरूकता नहीं है। हालांकि, सरकार ने 80 से अधिक कॉलेजों और रोजगार मेलों में प्रचार अभियान चलाए, फिर भी यह प्रयास सीमित रहा। स्थान की बाधाएं: कई उम्मीदवारों को उनके पसंदीदा स्थान पर इंटर्नशिप नहीं मिली, जिसके कारण उन्होंने ऑफर स्वीकार नहीं किए।वित्तीय बाधाएं: हालांकि 5,000 रुपये का मासिक वजीफा प्रदान किया जाता है, यह बड़े शहरों में रहने और आवागमन के खर्चों के लिए अपर्याप्त हो सकता है।प्रक्रिया की जटिलता: कुछ उम्मीदवारों को ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया या शॉर्टलिस्टिंग प्रक्रिया समझने में कठिनाई हुई।अन्य अवसरों की तलाश: कई युवा पूर्णकालिक नौकरियों या अन्य शैक्षिक अवसरों की तलाश में इंटर्नशिप छोड़ सकते हैं।कंपनी चयन प्रक्रिया: कुछ उम्मीदवार शॉर्टलिस्टिंग या साक्षात्कार दौर में असफल रहे होंगे।योजना के लाभPMIS 2025 युवाओं के लिए कई लाभ प्रदान करती है:प्रैक्टिकल अनुभव: शीर्ष कंपनियों में काम करने का अवसर, जो तकनीकी और सॉफ्ट स्किल्स को बढ़ाता है।रोजगार की संभावनाएं: इंटर्नशिप पूरी करने पर प्रमाणपत्र और कुछ मामलों में नौकरी का ऑफर।नेटवर्किंग: उद्योग के नेताओं और पेशेवरों के साथ नेटवर्क बनाने का मौका।वित्तीय सहायता: मासिक वजीफा और एकमुश्त अनुदान।कैरियर विकास: कॉर्पोरेट जगत में प्रवेश के लिए आवश्यक अनुभव और आत्मविश्वास।चुनौतियां और सुझावचुनौतियां:ग्रामीण क्षेत्रों में कम जागरूकता।कुछ क्षेत्रों में अवसरों का असमान वितरण।वजीफे की राशि बड़े शहरों में रहने के लिए अपर्याप्त।सुझाव:जागरूकता अभियान: ग्रामीण और छोटे शहरों में अधिक रोजगार मेलों और सेमिनार आयोजित किए जाएं।वजीफा वृद्धि: बड़े शहरों में रहने वाले इंटर्न्स के लिए वजीफा राशि बढ़ाई जाए।स्थानीय अवसर: छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक इंटर्नशिप अवसर प्रदान किए जाएं।आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाना: ऑनलाइन पोर्टल को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया जाए।आगे की राहकेंद्र सरकार जल्द ही इस योजना को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए कैबिनेट की मंजूरी लेने की योजना बना रही है। पायलट चरणों की सफलता के आधार पर, सरकार अगले पांच वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप प्रदान करने के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए PMIS ऐप को और अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल बनाया गया है, जिसमें आधार-आधारित चेहरा प्रमाणीकरण और तत्काल अधिसूचनाएं जैसी सुविधाएं शामिल हैं।निष्कर्षप्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना 2025 युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो उन्हें कॉर्पोरेट जगत में कदम रखने और अपने करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का मौका देती है। हालांकि, केवल एक तिहाई उम्मीदवारों की भागीदारी इस बात का संकेत है कि अभी भी जागरूकता और प्रक्रियात्मक सुधार की आवश्यकता है। यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट pminternship.mca.gov.in पर जाकर आवेदन करें और अपने करियर को नई दिशा दें। अधिक जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800-116-090 पर संपर्क करें।हेल्पलाइन: 1800-116-090
आधिकारिक वेबसाइट: pminternship.mca.gov.in
ईमेल: pminternship@mca.gov.in

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