नई दिल्ली, 21 सितंबर 2025 – पीएम मोदी का राष्ट्र को संबोधन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करते हुए जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) के नेक्स्ट जेनरेशन सुधारों को देश के लिए ऐतिहासिक कदम बताया। नव रात्रि की पूर्व संध्या पर दिए गए इस लगभग 20 मिनट के संबोधन में पीएम मोदी ने इन सुधारों को ‘जीएसटी बचत उत्सव’ का नाम दिया और कहा कि यह आम जनता, मध्यम वर्ग और युवाओं के लिए ‘दोगुनी खुशी’ लेकर आएगा। कल 22 सितंबर से लागू हो रहे इन सुधारों के तहत जीएसटी स्लैब को सरल बनाकर दो मुख्य दरों – 5% और 18% – में ढाला गया है, जिससे दैनिक उपयोग की अधिकांश वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी।
संबोधन का पृष्ठभूमि और समय
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने आज दोपहर में ही घोषणा की थी कि पीएम मोदी 21 सितंबर को शाम 5 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। यह संबोधन जीएसटी परिषद की 3 सितंबर की बैठक के फैसलों पर आधारित था, जिसमें वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 12% और 28% स्लैब को समाप्त करने का निर्णय लिया गया। सुधार 22 सितंबर से प्रभावी होंगे, जो संयोग से नव रात्रि का प्रारंभिक दिन भी है। पीएम मोदी ने संबोधन की शुरुआत महालय की शुभकामनाओं से की, जिसमें उन्होंने मां दुर्गा के आशीर्वाद की कामना की। इससे पहले पीएम मोदी ने 12 मई 2025 को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर राष्ट्र को संबोधित किया था, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर भारत की कार्रवाई से जुड़ा था। आज का संबोधन आर्थिक सुधारों पर केंद्रित रहा, जिसमें पीएम ने कहा, “जीएसटी ने ‘एक राष्ट्र-एक कर’ का सपना साकार किया। अब जीएसटी 2.0 से हर परिवार की जेब में बचत होगी।”
मुख्य बिंदु: जीएसटी सुधारों के फायदे
पीएम मोदी ने संबोधन में विस्तार से जीएसटी सुधारों के लाभ गिनाए। उन्होंने बताया कि देश में बिकने वाली 99% वस्तुएं अब 5% जीएसटी स्लैब के अंतर्गत आएंगी, जो निम्न और मध्यम आय वर्ग के लिए बड़ी राहत है। दवाइयां, बीमा, दैनिक आवश्यकताएं और घरेलू सामान सस्ते होंगे। लग्जरी और सिन गुड्स (जैसे तंबाकू, पान मसाला, एरेटेड ड्रिंक्स, लग्जरी वाहन, 350 सीसी से ऊपर की मोटरसाइकिलें, यॉट और हेलीकॉप्टर) पर 40% स्लैब यथावत रहेगा। –
- दोगुनी राहत का ऐलान: पीएम ने जीएसटी सुधारों के साथ ही 12 लाख रुपये तक की आय पर इनकम टैक्स छूट को ‘दोगुनी खुशी’ बताया। उन्होंने कहा, “यह सुधार मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लिए वरदान हैं। कल से लोग अपनी पसंदीदा चीजें कम कीमत पर खरीद सकेंगे।” –
- आर्थिक विकास पर प्रभाव: पीएम ने जोर देकर कहा कि ये सुधार भारत की विकास गाथा को गति देंगे, व्यापार करने की सुगमता बढ़ाएंगे और निवेशकों को आकर्षित करेंगे। उन्होंने पूर्व के जटिल कर व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा, “2017 से पहले स्थानीय और राज्य करों का जाल व्यवसायों को परेशान करता था। केंद्र और राज्यों के सहयोग से जीएसटी संभव हुआ।” –
- स्वदेशी और एमएसएम पर अपील: संबोधन का एक बड़ा हिस्सा आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित रहा। पीएम ने नागरिकों से ‘मेड इन इंडिया’ उत्पादों का उपयोग करने की अपील की और कहा, “स्वदेशी वस्तुओं से गर्व महसूस करें। अन्य देशों पर निर्भरता हमारा दुश्मन है।” उन्होंने एमएसएम (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) को वैश्विक स्तर की गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा, “आन, baan, शान – एमएसएम वैश्विक अपील वाले उत्पाद बनाएं।”
‘जीएसटी बचत उत्सव’ की घोषणा
पीएम मोदी ने 22 सितंबर से शुरू हो रहे नव रात्रि को ‘जीएसटी बचत उत्सव’ से जोड़ते हुए कहा कि यह बचत का त्योहार बनेगा। उन्होंने इसे ‘नागरिक देवो भवः’ की भावना से प्रेरित बताया। भाजपा ने संबोधन के बाद 22 से 29 सितंबर तक सात दिवसीय ‘जीएसटी बचत उत्सव’ अभियान की घोषणा की, जिसमें जनता को सुधारों के फायदे बताए जाएंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे ‘ऐतिहासिक दीवाली उपहार’ बताया, जबकि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आम लोगों को बधाई दी।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
संबोधन से पहले कांग्रेस ने तंज कसा था। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पूछा था कि क्या पीएम अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के भारत-पाक सीजफायर दावों और एच-1बी वीजा धारकों की चिंताओं पर बोलेंगे। संबोधन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जीएसटी को ‘गब्बर सिंह टैक्स’ कहकर आलोचना की, लेकिन सुधारों के फायदों पर चुप्पी साधी। पश्चिम बंगाल सरकार ने क्रेडिट युद्ध छेड़ दिया, दावा किया कि राज्य ने पहले ही स्थानीय स्तर पर कर राहत दी थी।
जनता की प्रतिक्रिया और प्रसारण
संबोधन का प्रसारण दूरदर्शन, एक्स, यूट्यूब और अन्य प्लेटफॉर्म्स पर लाइव दिखाया गया। एक्स पर #PMModiSpeech और #GSTReforms ट्रेंड कर रहे हैं, जहां लाखों यूजर्स ने बचत उत्सव की सराहना की। एक ट्वीट में यूजर ने लिखा, “पीएमजी के नेतृत्व में भारत की आर्थिक क्रांति!” पूर्वोत्तर विकास पर पीएम के कल के कार्यक्रमों का भी जिक्र संबोधन में हुआ, जहां वे अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में ऊर्जा, कनेक्टिविटी और स्वास्थ्य परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। पीएम मोदी ने समापन में कहा, “ये सुधार भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर हैं। हर भारतीय परिवार को शुभकामनाएं।” यह संबोधन न केवल आर्थिक राहत का संदेश देता है, बल्कि आत्मनिर्भरता की भावना को मजबूत करता है। (रिपोर्ट: ग्रोक न्यूज डेस्क। स्रोत: पीएमओ, विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स।)
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