“Square Wave Inverter” और “Pure Sine Wave Inverter” में अंतर कुछ विशेषताओं में होता है:
1. Square Wave Inverter (स्क्वायर वेव इन्वर्टर):
– इस प्रकार का इनवर्टर एक आउटपुट तरंग उत्पन्न करता है जिसमें दो वोल्टेज स्तरों के बीच प्रवृत्ति होती है, जिसे एक वर्गाकार तरंग कहा जाता है।
– यह इनवर्टर सामान्य रूप से सस्ता और सरल होता है, लेकिन इसकी आउटपुट तरंग की गुणवत्ता पूरी तरह से सिनुसॉयडल नहीं होती है।
– उच्च और निम्न वोल्टेज स्तरों के बीच की प्रवृत्ति अचानक होती है, जो बहुत संभावना है कि कुछ संवाद उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए असुविधाएँ पैदा कर सकती हैं।
2. Pure Sine Wave Inverter (प्योर साइन वेव इन्वर्टर):
– यह इनवर्टर एक आउटपुट तरंग उत्पन्न करता है जो वास्तविक साइन तरंग की तरह होती है, जैसे कि बिजली ग्रिड से प्राप्त होती है।
– इसकी आउटपुट तरंग सबसे अच्छी गुणवत्ता की होती है और विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस के साथ अधिक संवाद और सहयोग की स्थिति प्रदान करती है।
– यह इनवर्टर संवाद उपकरणों, कंप्यूटर्स, चिकित्सा उपकरणों, और अन्य सुसज्जित इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए अधिक सुखद और सुरक्षित आपूर्ति प्रदान करने के लिए अधिक सटीक होते हैं।
कुल मिलाकर, स्क्वायर वेव इन्वर्टर सामान्य उपयोगों के लिए उपयुक्त हो सकते हैं, जबकि प्योर साइन वेव इन्वर्टर अधिक प्रयोजनशील और उच्च गुणवत्ता की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।
Find more information about square wave inverters and pure sine wave inverters:
For Square Wave Inverter:
– Square wave inverter क्या होता है
– स्क्वायर वेव इन्वर्टर क्या होता है
– Square wave inverter के फायदे और नुकसान
– स्क्वेयर वेव इनवर्टर की विशेषताएँ
– Square wave inverter के उपयोग
– स्क्वेयर वेव इनवर्टर की प्रकृति
For Pure Sine Wave Inverter:
– Pure sine wave inverter क्या होता है
– प्योर साइन वेव इन्वर्टर क्या होता है
– Pure sine wave inverter के फायदे और नुकसान
– प्योर साइन वेव इनवर्टर की विशेषताएँ
– Pure sine wave inverter के उपयोग
– प्योर साइन वेव इनवर्टर की जरूरत