खूँटी : सुपूज्य ब्रह्मनिष्ठ सन्त शिरोमणि श्री नामदेव
जी महाराज के पावन जन्मोत्सव की मंगल बेला में विश्व व्यापी पौधरोपण अंतर्राष्ट्रीय विहंगम योग प्रचारक व प्रधान
उपदेष्टा पूज्य संत श्री नामदेव जी महाराज का पावन जन्मोत्सवके उपलक्ष मे खूँटी संत समाज के द्वारा बृहत वृक्षारोपण किया गया। खूँटी जिला के अन्य प्रखंडों में भी वृक्षारोपण की गया, पूरे देश एवं विदेश भर में लाखों वृक्षा लगए गए , केवल एक पौधा नहीं अपितु पौधे के रूप में एक जीवन प्रतिष्ठापित किया।
हम न केवल एक पौधा लगा
रहे हैं, अपितु पौधे के रूप में एक जीवन प्रतिष्ठापित कर
रहे हैं!– संत नामदेव
You are not just planting a
treeYou are planting a life
#Naamdeo
जल ही ‘जीवन’ है और इस जीवन को वृक्ष ही आमंत्रित करते हैं । इनके स्नेहपूर्वक आमंत्रण पर ही मेघ पृथ्वी पर जल बरसाते हैं तथा जीवों को उपकृत करते हैं।
हमारे शरीर को निरोगी बनाये रखने में औषधीय पौधों का अत्यधिक महत्व होता है यही वजह है कि भारतीय पुराणों, उपनिषदों, रामायण एवं महाभारत जैसे प्रमाणिक ग्रंथों में इसके उपयोग के अनेक साक्ष्य मिलते हैं। इससे प्राप्त होने वाली जड़ी-बूटियों के माध्यम से न केवल हनुमान ने भगवान लक्ष्मण की जान बचायी बल्कि आज की तारीख में भी चिकित्सकों द्वारा मानव रोगोपचार हेतु अमल में लाया जाता है। यही नहीं, जंगलों में खुद-ब-खुद उगने वाले अधिकांश औषधीय पौधों के अद्भुत गुणों के कारण लोगों द्वारा इसकी पूजा-अर्चना तक की जाने लगी है जैसे तुलसी, ब्राम्ही, सदाबहार, करीपत्ता इत्यादि। प्रसिध्द विद्वान चरक ने तो हरेक प्रकार के औषधीय पौधों का विश्लेषण करके बीमारियों में उपचार हेतु कई अनमोल किताबों की रचना तक कर डाली है जिसका प्रयोग आजकल मानव का कल्याण करने के लिए किया जा रहा है।
वर्तमान में भारतवर्ष में वायु, जल, मिट्टी प्रदूषित हो गयी है, इस दिशा में हम सबको जागरूक होने की अनिवार्यता है। साधारण रूप से असाधारण योगदान हैं विश्व को ।