खूंटी जिले में बाइपास सड़क की लंबे समय से चली आ रही मांग अब पूरी हो रही है। इस बाइपास सड़क का निर्माण जल्द ही आरंभ होगा। अर्जुन मुंडा के खूंटी से सांसद बनने के बाद, बाइपास सड़क की मांग तेज हो गई। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी इसके निर्माण की प्रतिज्ञा की थी। सड़क निर्माण के लिए डीपीआर तैयार किया गया है। अब, लंबे समय के बाद इस बाइपास सड़क का निर्माण कार्य आरंभ होगा।
रांची से जैंतगढ़ को जोड़ने वाली एनएच 75ई सड़क से जोड़कर, लगभग 1100 करोड़ रुपये की लागत से बाइपास सड़क का निर्माण किया जाएगा। एनएचएआई ने इस निर्माण को लेकर हरी झंडी दे दी है। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के सांसदीय प्रतिनिधि ने इसे तेजी से पूरा करने का आश्वासन दिया है।
बाइपास के दुकानदारों का व्यापार बढ़ेगा। मुख्य सड़क के दुकानदारों का कहना है कि मुख्य सड़क जाम मुक्त हो जाएगी, जिससे उनका व्यापार बढ़ेगा और सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी। खूंटी के जिले में जिले के बनने के बाद भीड़ बढ़ गई है। जिले की एकमात्र सड़क पर बढ़ते ट्रैफिक दबाव के कारण जिलेवासी बाइपास सड़क की मांग कर रहे हैं।
इंडियन ऑयल टर्मिनल के कारण बढ़े जाम की समस्या। इस मुख्य सड़क पर मुख्य बाजार, बैंक, स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालय और इंडियन ऑयल टर्मिनल भी हैं। इंडियन ऑयल के टर्मिनल पर प्रतिदिन सैकड़ों तेल टैंकर आते हैं, जिसके कारण खूंटी में आये दिन जाम की समस्या होती है। इस मार्ग पर हजारों भारी मालवाहक वाहन और ट्रेलर भी चलते हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए खूंटी के लिए बाइपास सड़क की मंजूरी दी गई है।
जमीन के रेट को लेकर कुछ जगहों पर विवाद है। रांची रोड में बिरहू पतराटोली मोड़ से बिरहू, एरेंडा, बगरू, सोसोटोली, बेलवादाग, कुंजला, टंगराटोली-कामंता होते हुए इट्ठा तक के साढ़े दस किलोमीटर फोरलेन सड़क का निर्माण होगा। गांव के लोग सड़क के लिए जमीन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन कुछ जगहों पर रेट को लेकर विवाद है। बाइपास सड़क के लिए बिरहू गांव में अधिकतम 50 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है।