LPG Gas E-KYC: झारखंड में गैस उपभोक्ताओं के लिए E-KYC अनिवार्य, सब्सिडी पर किए गए बड़े बदलाव

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LPG Gas E-KYC

झारखंड, दिनांक: [11/25/23] झारखंड सरकार ने राज्य के गैस उपभोक्ताओं के लिए नई सुविधा को आगे बढ़ाते हुए इ-केवाइसी (E-KYC) करवाना अनिवार्य कर दिया है। इस कदम का उद्देश्य है गैस सब्सिडी के प्रबंधन में और उपभोक्ताओं को सुरक्षित बनाए रखना है।


इस नई योजना के अनुसार, झारखंड के सभी गैस उपभोक्ताओं को इ-केवाइसी (E-KYC) करवाना होगा, इसके बिना सब्सिडी (subsidy) प्राप्त करना संभावना से बाहर हो जाएगी। यह प्रक्रिया गैस एजेंसी में शुरू कर दी गई है और वेंडर्स  उपभोक्ताओं को E-KYC कि आवश्यक जानकारी प्रदान की जा रही है है।

इ-केवाइसी (E-KYC) करवाने के लिए ग्राहकों को आधार नंबर, एलपीजी आइडी या गैस कनेक्शन में निबंधित मोबाइल नंबर में से कोई एक चीज प्रदान करनी होगी। इसके बाद, ग्राहकों को अपनी पूरी जानकारी जैसे नाम, लिंग, जन्मतिथि, आधार नंबर, और आवासीय पता भरना होगा।


गैस उपभोक्ताओं को इस प्रक्रिया में वेंडर्स द्वारा जानकारी प्रदान की जा रही है, और इ-केवाइसी (E-KYC) नहीं करवाने पर सब्सिडी मिलना बंद हो सकता है। प्रक्रिया को पूरा करने के लिए ग्राहकों को (Finger print, face recognition, or mobile number OTP) फिंगर प्रिंट, फेस रेकॉग्निशन, या मोबाइल नंबर OTP का उपयोग करना होगा।


झारखंड में कुल 62.86 लाख गैस उपभोक्ताएँ हैं, जिनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ग्राहकों की संख्या 36.46 लाख है, जबकि सामान्य गैस उपभोक्ताओं की संख्या 26.39 लाख है।

यह नई योजना सब्सिडी के प्रबंधन में सुधार करने के साथ-साथ उपभोक्ताओं को डिजिटल युग में एक सुरक्षित और सुरक्षित तरीके से गैस सेवाएं लेने का एक नया माध्यम प्रदान करेगा।

पूछे जाने वाले प्रमुख प्रश्न (FAQs)


1. इ-केवाइसी क्या है?

   – इ-केवाइसी (E-KYC) एक डिजिटल प्रक्रिया है जिसका उद्देश्य गैस उपभोक्ताओं की पहचान को सुरक्षित और आसान बनाना है। इसके माध्यम से उपभोक्ताएं ऑनलाइन आवश्यक जानकारी प्रदान कर सकती हैं।


2. इ-केवाइसी क्यों जरूरी है?

   – इ-केवाइसी को अनिवार्य बनाने से सुरक्षित तरीके से उपभोक्ताओं की पहचान होगी और सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवश्यक है। यह एक डिजिटल प्रक्रिया है जो उपभोक्ताओं को ऑनलाइन रूप से पहचानने में मदद करेगी।


3. इ-केवाइसी कैसे कराएं?

   – इ-केवाइसी कराने के लिए, आपको आधार नंबर, एलपीजी आइडी, या गैस कनेक्शन में निबंधित मोबाइल नंबर में से कोई एक चीज प्रदान करनी होगी। इसके बाद, आपको अपनी पूरी जानकारी जैसे कि नाम, लिंग, जन्मतिथि, आधार नंबर, और आवासीय पता भरना होगा।

4. इ-केवाइसी करवाने पर कैसे होगा सब्सिडी प्राप्त?

   – इ-केवाइसी करवाने के बाद, गैस उपभोक्ताएं सब्सिडी प्राप्त करने के लिए पात्र होंगी। वेंडर्स द्वारा प्रदान की जाने वाली जानकारी के आधार पर सब्सिडी दी जाएगी।


5. इ-केवाइसी की प्रक्रिया में कितना समय लगेगा?

   – इ-केवाइसी की प्रक्रिया में समय बचाने के लिए, आपको आवश्यक जानकारी सही और पूरी तरह से भरनी चाहिए। प्रक्रिया को पूरा करने में सामान्यत: 15-20 मिनट लग सकता है।


6. इ-केवाइसी के लिए कौन-कौन सी जानकारी आवश्यक है?

   – इ-केवाइसी के लिए आवश्यक जानकारी में आधार नंबर, एलपीजी आइडी, या गैस कनेक्शन में नोट किए गए मोबाइल नंबर में से किसी एक की जरूरत है।


7. क्या इ-केवाइसी के बाद कोई अन्य प्रक्रिया होती है?

   – हां, इ-केवाइसी के बाद ग्राहकों को फिंगर प्रिंट, फेस रेकॉग्निशन, या मोबाइल नंबर OTP का उपयोग करके पूरी प्रक्रिया को समाप्त करना होता है।


8. इ-केवाइसी कराने के बाद सब्सिडी कब तक प्राप्त होगी?

   – इ-केवाइसी कराने के बाद, सब्सिडी गैस उपभोक्ताओं को समय पर प्राप्त होगी, जो वेंडर्स द्वारा प्रदान की गई जानकारी के आधार पर होगी।

9. क्या सभी गैस उपभोक्ताएं इ-केवाइसी करा सकती हैं?

   – हां, सभी गैस उपभोक्ताएं इ-केवाइसी करा सकती हैं, जिनमें प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के ग्राहक भी शामिल हैं।


10. इ-केवाइसी से जुड़े किसी भी समस्या के लिए कैसे संपर्क करें?

    – इ-केवाइसी से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए, आप गैस एजेंसी से संपर्क कर सकते हैं या टोल-फ्री नंबर पर सहायता प्राप्त कर सकते हैं।


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